हिन्दुओं में यह किंवदंति है कि यदि महाभारत की कथा की जाये तो कथा समाप्त होने से पूर्व ही सुनने वालों में लाठी चल जाती है। एक बार हमारे मुहल्ले के एक मन्दिर में महाभारत की कथा रखायी गयी। यह वे दिन थे, जब आर्यसमाज और सनातनधर्म सभा में शास्त्रार्थों की धूम थी। मुहल्ले के कुछ सनातनधर्मी युवको में धर्म ने जोश मारा और वे हिन्दुओं की प्रसिद्ध धर्म-पुस्तक महाभारत की कथा कराने लगे।
हिन्दुओं में यह किंवदंति है कि यदि महाभारत की कथा की जाये तो कथा समाप्त होने से पूर्व ही सुनने वालों में लाठी चल जाती है। एक बार हमारे मुहल्ले के एक मन्दिर में महाभारत की कथा रखायी गयी। यह वे दिन थे, जब आर्यसमाज और सनातनधर्म सभा में शास्त्रार्थों की धूम थी। मुहल्ले के कुछ सनातनधर्मी युवको में धर्म ने जोश मारा और वे हिन्दुओं की प्रसिद्ध धर्म-पुस्तक महाभारत की कथा कराने लगे।