Author: | Rakesh Gupta | ISBN: | 9788128822230 |
Publisher: | Diamond Pocket Books Pvt ltd. | Publication: | August 31, 2015 |
Imprint: | 166 | Language: | English |
Author: | Rakesh Gupta |
ISBN: | 9788128822230 |
Publisher: | Diamond Pocket Books Pvt ltd. |
Publication: | August 31, 2015 |
Imprint: | 166 |
Language: | English |
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अब तक के राजनीतिक सफर पर विशद्ध रूप से केंद्रित है यह पुस्तक। खास तौर से राष्ट्रीय राजनीति में उनके उत्थान को, उनके बचपन को, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में उनके काम को, गुजरात की क्षेत्रीय राजनीति में बतौर गृह मंत्री उनके प्रशासनिक कामकाज को, इसमें संक्षिप्त रूप से ही समाहित किया जा सका है। भाजपा के बतौर उत्तर प्रदेश प्रभारी और बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके काम, उनकी चुनावी रणनीतियों, उनकी सांगठनिक कामकाजों और उनके भाषणों को इसमें सिलसिलेवार रूप से प्रमुखता दी गई है। यह पुस्तक यह दावा नहीं करती कि इसमें जो लिखा गया है, वह अमित शाह की अब तक पूरी राजनीतिक जीवनी है, लेकिन यह जरूर दावा करती है कि अमित शाह के राजनीतिक क्रियाकलापों और उनके इर्द—गिर्द के घटनाक्रमों को इसमें प्रामाणिक रूप से संरक्षित किया गया है। इसमें अमित शाह के विचारों और उनके बारे में उनके अन्य करीबियों के विचारों को रखा गया है। इसके अलावा उनकी चुनावी रणनीतियों का राजनीतिक विश्लेषण किया गया है। यह पुस्तक संगठन के एक आदमी का संगठनकर्ता बनने की कहानी है। यह किताब भारतीय जनता पार्टी के नए शाह का सफरनामा है। यह पुस्तक भारतीय राजनीति में आए ऐतिहासिक बदलाव का एक गवाह है। यह नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने और अमित शाह के भाजपा अध्यक्ष बनने की दास्तान है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अब तक के राजनीतिक सफर पर विशद्ध रूप से केंद्रित है यह पुस्तक। खास तौर से राष्ट्रीय राजनीति में उनके उत्थान को, उनके बचपन को, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में उनके काम को, गुजरात की क्षेत्रीय राजनीति में बतौर गृह मंत्री उनके प्रशासनिक कामकाज को, इसमें संक्षिप्त रूप से ही समाहित किया जा सका है। भाजपा के बतौर उत्तर प्रदेश प्रभारी और बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके काम, उनकी चुनावी रणनीतियों, उनकी सांगठनिक कामकाजों और उनके भाषणों को इसमें सिलसिलेवार रूप से प्रमुखता दी गई है। यह पुस्तक यह दावा नहीं करती कि इसमें जो लिखा गया है, वह अमित शाह की अब तक पूरी राजनीतिक जीवनी है, लेकिन यह जरूर दावा करती है कि अमित शाह के राजनीतिक क्रियाकलापों और उनके इर्द—गिर्द के घटनाक्रमों को इसमें प्रामाणिक रूप से संरक्षित किया गया है। इसमें अमित शाह के विचारों और उनके बारे में उनके अन्य करीबियों के विचारों को रखा गया है। इसके अलावा उनकी चुनावी रणनीतियों का राजनीतिक विश्लेषण किया गया है। यह पुस्तक संगठन के एक आदमी का संगठनकर्ता बनने की कहानी है। यह किताब भारतीय जनता पार्टी के नए शाह का सफरनामा है। यह पुस्तक भारतीय राजनीति में आए ऐतिहासिक बदलाव का एक गवाह है। यह नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने और अमित शाह के भाजपा अध्यक्ष बनने की दास्तान है।