Author: | Premchand | ISBN: | 9781311102140 |
Publisher: | Durlabh eSahitya Corner | Publication: | November 14, 2015 |
Imprint: | Smashwords Edition | Language: | Hindi |
Author: | Premchand |
ISBN: | 9781311102140 |
Publisher: | Durlabh eSahitya Corner |
Publication: | November 14, 2015 |
Imprint: | Smashwords Edition |
Language: | Hindi |
इस उपन्यास के नायक बाबू अमृतराय का विवाह ‘प्रेमा’ नामक युवती से होना तय हुआ था, लेकिन कुदरत की इह लीला के कारण तब ऐसा नहीं हो सका।
इस कथानक में समाज सुधारक बाबू अमृतराय ने ‘एक विधवा को अपना जीवन संगिनी बनाकर ‘विधवा विवाह’ का विरोध करने वाले समाज के पोंगा पंडितों को गहरी सीख दी है...
इस उपन्यास के नायक बाबू अमृतराय का विवाह ‘प्रेमा’ नामक युवती से होना तय हुआ था, लेकिन कुदरत की इह लीला के कारण तब ऐसा नहीं हो सका।
इस कथानक में समाज सुधारक बाबू अमृतराय ने ‘एक विधवा को अपना जीवन संगिनी बनाकर ‘विधवा विवाह’ का विरोध करने वाले समाज के पोंगा पंडितों को गहरी सीख दी है...