श्रीरामचन्द्र की वाणी' पुस्तक में भगवान् श्रीरामचन्द्र के महत्वपूर्ण उपदेशों का संकलन है। भगवान् रामचन्द्र की संज्ञा 'मर्यादापुरुषोत्तम' है। मानव-जीवन के नैतिक तथा आध्यात्मिक विकास की दृष्टि से उनका दिव्य जीवन तथा उनकी अमृतवाणी अत्यन्त उपयुक्त एवं उद्बोधक है। उन्होंने हमारे सामने 'रामराज्य' का आदर्श रखा है और इस आदर्श की वर्तमान युग में अत्यन्त आवश्यकता है। आज हजारों वर्ष के बाद भी उनके दिव्य जीवन तथा उनके सुन्दर उपदेशों से मानवमात्र को नयी प्रेरणा तथा शक्ति मिल रही है।
श्रीरामचन्द्र की वाणी' पुस्तक में भगवान् श्रीरामचन्द्र के महत्वपूर्ण उपदेशों का संकलन है। भगवान् रामचन्द्र की संज्ञा 'मर्यादापुरुषोत्तम' है। मानव-जीवन के नैतिक तथा आध्यात्मिक विकास की दृष्टि से उनका दिव्य जीवन तथा उनकी अमृतवाणी अत्यन्त उपयुक्त एवं उद्बोधक है। उन्होंने हमारे सामने 'रामराज्य' का आदर्श रखा है और इस आदर्श की वर्तमान युग में अत्यन्त आवश्यकता है। आज हजारों वर्ष के बाद भी उनके दिव्य जीवन तथा उनके सुन्दर उपदेशों से मानवमात्र को नयी प्रेरणा तथा शक्ति मिल रही है।