Meri Kahaniyan-Rabindra Nath Tagore (Hindi Stories)

मेरी कहानियाँ-रवीन्द्र नाथ टैगोर

Nonfiction, Reference & Language, Foreign Languages, Indic & South Asian Languages, Fiction & Literature, Short Stories, Historical
Cover of the book Meri Kahaniyan-Rabindra Nath Tagore (Hindi Stories) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर, Bhartiya Sahitya Inc.
View on Amazon View on AbeBooks View on Kobo View on B.Depository View on eBay View on Walmart
Author: Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर ISBN: 9781613012055
Publisher: Bhartiya Sahitya Inc. Publication: February 10, 2013
Imprint: Language: Hindi
Author: Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
ISBN: 9781613012055
Publisher: Bhartiya Sahitya Inc.
Publication: February 10, 2013
Imprint:
Language: Hindi
रवीन्द्रनाथ टैगोर उन साहित्य-सृजकों में हैं, जिन्हें काल की परिधि में नहीं बाँधा जा सकता। रचनाओं के परिमाण की दृष्टि से भी कम ही लेखक उनकी बराबरी कर सकते हैं। उन्होंने एक हज़ार से भी अधिक कविताएँ लिखीं और दो हज़ार से भी अधिक गीतों की रचना की। इनके अलावा उन्होंने बहुत सारी कहानियाँ, उपन्यास, नाटक तथा धर्म, शिक्षा, दर्शन, राजनीति और साहित्य जैसे विविध विषयों से संबंधित निबंध लिखे। उनकी दृष्टि उन सभी विषयों की ओर गई, जिनमें मनुष्य की अभिरुचि हो सकती है। कृतियों के गुण-गत मूल्यांकन की दृष्टि से वे उस ऊँचाई तक पहुँचे थे, जहाँ कुछेक महान् रचनाकर ही पहुँचते हैं। जब हम उनकी रचनाओं के विशाल क्षेत्र और महत्व का स्मरण करते हैं, तो इसमें तनिक आश्चर्य नहीं मालूम पड़ता कि उनके प्रशंसक उन्हें अब तक का सबसे बड़ा साहित्य-स्रष्टा मानते हैं। इस पुस्तक में रवीन्द्रनाथ टैगोर की प्रसिद्ध कहानियों को एक साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
View on Amazon View on AbeBooks View on Kobo View on B.Depository View on eBay View on Walmart
रवीन्द्रनाथ टैगोर उन साहित्य-सृजकों में हैं, जिन्हें काल की परिधि में नहीं बाँधा जा सकता। रचनाओं के परिमाण की दृष्टि से भी कम ही लेखक उनकी बराबरी कर सकते हैं। उन्होंने एक हज़ार से भी अधिक कविताएँ लिखीं और दो हज़ार से भी अधिक गीतों की रचना की। इनके अलावा उन्होंने बहुत सारी कहानियाँ, उपन्यास, नाटक तथा धर्म, शिक्षा, दर्शन, राजनीति और साहित्य जैसे विविध विषयों से संबंधित निबंध लिखे। उनकी दृष्टि उन सभी विषयों की ओर गई, जिनमें मनुष्य की अभिरुचि हो सकती है। कृतियों के गुण-गत मूल्यांकन की दृष्टि से वे उस ऊँचाई तक पहुँचे थे, जहाँ कुछेक महान् रचनाकर ही पहुँचते हैं। जब हम उनकी रचनाओं के विशाल क्षेत्र और महत्व का स्मरण करते हैं, तो इसमें तनिक आश्चर्य नहीं मालूम पड़ता कि उनके प्रशंसक उन्हें अब तक का सबसे बड़ा साहित्य-स्रष्टा मानते हैं। इस पुस्तक में रवीन्द्रनाथ टैगोर की प्रसिद्ध कहानियों को एक साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।

More books from Bhartiya Sahitya Inc.

Cover of the book Urmila (Hindi Epic) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Hanuman Baahuk (Hindi Prayer) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Haathi Ke Daant (Hindi Novel) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Premchand Ki Kahaniyan-22 by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Kusum Kumari (Hindi Novel) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Begam Aur Gulaam (Hindi Novel) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Gau Mata Chalisa (Hindi Prayer) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Banvaasi (Hindi Novel) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Srimadbhagwadgita (Hindi Prayer) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Main Naa Manu (Hindi Novel) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Rashmirathi (Hindi Epic) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Premchand Ki Kahaniyan-12 by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Premchand Ki Kahaniyan-04 by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Suraj Ka Satvan Ghoda (Hindi Novel) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
Cover of the book Ajeya Karna (hindi epic) by Rabindra Nath Tagore, रवीन्द्र नाथ टैगोर
We use our own "cookies" and third party cookies to improve services and to see statistical information. By using this website, you agree to our Privacy Policy